खतरनाक HMPV वायरस और कोरोना से बचाव के लिए मेरा अनुभव : गिलोय का अद्भुत प्रभाव
नमस्कार योगियों और रोगियों !
आज मैं आप सभी के साथ अपने दिनचर्या का एक अहम हिस्सा शेयर करना चाहता हूँ – गिलोय का सेवन।
जी हाँ, गिलोय: इसे संस्कृत में 'अमृता' भी कहा जाता है, जिसका मतलब है अमरता देने वाली। आज मैं आपको अपनी सुबह की दिनचर्या और गिलोय के फायदों के बारे में बताने जा रहा हूँ, ताकि आप भी अपनी इम्यूनिटी को नैचुरल तरीके से मजबूत कर सकें।
हर सुबह उठकर मैं एक गिलास गुनगुने पानी में गिलोय का रस (10ml-20ml) मिलाकर पीता हूँ। शुरू में थोड़ा सा अजीब लगा था, लेकिन अब तो ये मेरी दिनचर्या का एक अहम हिस्सा बन चुका है, जैसे कि सुबह की चाय।
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☀️Good Morning With Giloy, Virus Ko Bye Bye🍃 |
गिलोय के अद्भुत फायदे
मेरा अनुभव:
शुरुआत में मैंने गिलोय का रस थोड़ा सा पानी में मिलाकर पीना शुरू किया था। स्वाद थोड़ा कड़वा था, लेकिन धीरे-धीरे मुझे इसकी आदत हो गई। मुझे लगता है कि मेरी सर्दी-जुकाम होने की समस्या कम हो गई है। पहले थोड़ी सी ठंड लगने पर मुझे सर्दी-खांसी हो जाती थी, लेकिन अब ऐसा नहीं होता। मेरी पाचन शक्ति भी पहले से बेहतर हो गई है। आप चाहें तो गिलोय के रस में थोड़ा सा शहद या नींबू मिलाकर भी पी सकते हैं। इससे इसका स्वाद बेहतर हो जाता है।
दोस्तों, स्वस्थ रहने के लिए हमें अपनी जीवनशैली में कुछ बदलाव करने की जरूरत है। नियमित व्यायाम, संतुलित आहार और प्राकृतिक उपचारों का सेवन हमें स्वस्थ रखने में मदद कर सकता है।
आपका प्यार और समर्थन मेरे लिए बहुत महत्वपूर्ण है। कृपया अपने विचार और अनुभव कमेंट में साझा करें।
“स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मन निवास करता है। गिलोय का सेवन करें और अपने शरीर को स्वास्थ्य का तोहफा दें।”
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